लखनऊ

उत्तर प्रदेश में एक अप्रैल से गेहूं क्रय केंद्रों पर गेहूं खरीद शुरू हो चुकी है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों की सुविधाओं का पूरा ध्यान रखने का निर्देश दिया है। उन्होंने लघु और सीमांत किसानों से गेहूं की खरीद के लिए सप्ताह में तीन दिन आरक्षित करने को कहा। इन किसानों के लिए गेहूं क्रय केंद्रों में मौके पर ही तत्काल पंजीयन की व्यवस्था करने की भी हिदायत दी।

शुक्रवार को अपने सरकारी आवास पर विभिन्न विभागों के कार्यों की समीक्षा करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गेहूं क्रय केंद्रों पर किसानों के बैठने व पेयजल आदि की व्यवस्था रखने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई असुविधा न हो। इसके लिए मुख्यमंत्री ने सभी जिलाधिकारियों से अधिकारियों की टीम गठित कर गेहूं क्रय केंद्रों का निरीक्षण कराने को कहा। उन्होंने गेहूं क्रय केंद्रों पर प्रतिदिन की खरीद की समीक्षा करते हुए इसकी रिपोर्ट शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की कानून व्यवस्था को चुस्त-दुरुस्त बनाए रखने के निर्देश देते हुए कहा कि फरियादियों की समस्याओं को धैर्यपूर्वक सुनते हुए उनका त्वरित निराकरण किया जाए। उन्होंने अवैध शराब की बिक्री पर प्रभावी नियंत्रण लगाने के निर्देश देते हुए कहा कि इस कार्य में लिप्त लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। हर हाल में यह सुनिश्चित किया जाए कि अवैध शराब की बिक्री न होने पाए। योगी ने कहा कि आबकारी तथा पुलिस विभाग अवैध शराब की बिक्री रोकने के लिए संयुक्त कार्यवाही करें। उन्होंने एसटीएफ को डिस्टलरीज की गतिविधियों को चेक करने के भी निर्देश दिए।

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लखनऊ में प्रभावी पुलिसिंग सुनिश्चित करने तथा एडीजी कार्यालयों को और प्रभावी बनाने को कहा। उन्होंने जोन तथा रेंज स्तर के अधिकारियों की जवाबदेही तय किए जाने के निर्देश भी दिए। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री सुरेश खन्ना, मुख्य सचिव आरके तिवारी व शासन के अन्य वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।