पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान की सऊदी अरब की यात्रा के दौरान भारत-पाक रिश्तों पर भी गर्माहट रही। सऊदी अरब के विदेश मंत्री प्रिंस फरहान अल सऊद ने कहा कि उनका देश दोनों देशों के बीच तनाव कम करने के लिए प्रयास करता रहेगा। खास बात यह है कि प्रिंस फरहान ने यह बात ऐसे वक्त कही है, जब पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान सऊदी अरब में हैं। बता दें कि इमरान खान शुक्रवार को सऊदी अरब की तीन दिवसीय यात्रा पर हैं। इन सबके बीच एक बार फिर पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर का मुद्दा उठाया।
भारत-पाक संबंधों में सुधार पर जताया संतोष
सऊदी विदेश मंत्री ने पाकिस्तान के सरकारी मीडिया को दिए अपने साक्षात्कार में संतोष जताते हुए कहा कि पाकिस्तान-भारत संबंधों पर मैं सचमूच इस बात की सराहना करना चाहता हूं कि हाल के समय तनाव कम हुआ है। उन्होंने कहा कि दोनों देशों के बीच सही दिशा में उठाया गया एक बेहतरीन कदम है।उन्होंने कहा कि हम दोनों देशों के बीच संबंधों को तनाव कम करने के लिए प्रयास करते रहेंगे। उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया को आगे बढ़ाने के लिए हम काम करते रहेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि दोनों देशों के बीच तनाव कम होता रहे। उन्होंने कहा कि हमारे नजरिए से हर किसी नीति में मुख्य जोर उस देश के लोगों को समृद्ध करने पर रहना चाहिए।
पाकिस्तान ने एक बार फिर उठाया जम्मू कश्मीर का मुद्दा
सऊदी यात्रा के दौरान इमरान खान के दफ्तर ने ट्वीट किया कि प्रधानमंत्री ने जम्मू और कश्मीर विवाद के शांतिपूर्ण समाधान के महत्व पर बल दिया। प्रधानमंत्री का यह ट्वीट सऊदी यात्रा के दौरान किया गया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने अफगानिस्तान में शांति और सुलह के समर्थन के लिए पाकिस्तान के लगातार प्रयासों पर भी जोर दिया।
सऊदी का भारत से आग्रह वार्ता के जरिए सुलझाएं मसले
इस बीच सऊदी ने भारत-पाकिस्तान से आग्रह किया है कि वे कश्मीर सहित सभी बकाया मुद्दे बातचीत से सुलझाएं। पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और सऊदी अरब के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान के बीच उच्च स्तरीय वार्ता के बाद पाकिस्तान के विदेश कार्यालय ने संयुक्त वक्तव्य जारी किया है। संयुक्त वक्तव्य में कहा गया है, क्षेत्र में शांति और स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए दोनों पक्षों ने भारत और पाकिस्तान के बीच कश्मीर समेत बकाया मुद्दों का समाधान बातचीत से करने के महत्व पर जोर दिया। क्राउन प्रिंस ने नियंत्रण रेखा पर संघर्ष विराम के लिए भारत और पाकिस्तान के सैन्य अधिकारियों के बीच हाल में बनी सहमति का भी स्वागत किया है। यह संघर्ष विराम भारत और पाकिस्तान के बीच 2003 में बनी सहमति पर आधारित है।
अनुच्छेद 370 पर पाकिस्तान के रुख में बड़ा बदलाव
दो दिन पूर्व अनुच्छेद 370 पर पाकिस्तान के रुख में बड़ा बदलाव देखने को मिला था। पाकिस्तान के विदेश मंत्री महमूद कुरैशी ने अपने एक अहम बयान में कहा था कि अनुच्छेद 370 के हटने से उनके देश को कोई परेशानी नहीं है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान को 370 हटने से कभी परेशानी नहीं हुई। पाकिस्तान विदेश मंत्री ने कहा कि यह भारत का अंदरूनी मामला है। उन्होंने अपनी बात को आगे बढ़ाते हुए कहा कि पाकिस्तान को 35A हटाने पर पर आपत्ति है। कुरैशी ने कहा था कि इसे लेकर पाकिस्तान की चिंता है। उन्होंने कहा कि इस बारे में पाकिस्तान पहले भी अपना नजरिया साफ कर चुका है। खास बात यह है कि कुरैशी का यह बयान ऐसे समय आया है, जब वह सऊदी अरब की यात्रा पर रवाना हो गए हैं। उन्होंने यह बयान सऊदी जाने के ठीक पहले दिया है। पाकिस्तानी विदेश मंत्री के इस बयान के बड़े कूटनीतिक निहितार्थ निकाले जा रहे हैं।