मुख्यमंत्री तीरथ सिंह रावत और सेना की मध्य कमान के GoC-In-C लेफ्टिनेंट जनरल YS Dimri के बीच आज हुई अहम मीटिंग में उत्तराखंड के Border इलाकों में Intelligence को और प्रभावी और मजबूत करने पर सहमति बनी। आपदा के दौरान सेना की मदद मिलते रहने पर तीरथ ने Army Commander का आभार प्रकट किया।
मुख्यमंत्री-Army Commnder में शिष्टाचार भेंट के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा हुई। संचार सुविधाओं की उपलब्धता एवं सड़कों के विकास से सम्बन्धित विभिन्न विषयों को सामरिक नजरिए से अहम माना गया। सेन्ट्रल कमांड के सेना प्रमुख ने मुख्यमंत्री से सीमान्त क्षेत्रों में लोकल इन्टेलीजेंस की मजबूती पर भी ध्यान दिए जाने की जरूरत जताई। उत्तराखंड से दो अंतर्राष्ट्रीय सरहद चीन-नेपाल सटी हुई हैं।
जोशीमठ-ओली तक सड़क चौड़ीकरण, बड़कोट-पुरोला-मोरी तथा मीनस-अराल-त्यूणी से हिमाचल को जोड़ने वाली सड़क के निर्माण एवं सुधारीकरण की भी जरूरत पर चर्चा हुई।
तीरथ ने लेफ्टिनेंट जनराल से कहा कि राज्य सरकार सीमान्त क्षेत्रों के विकास पर विशेष ध्यान दे रही है। लिपुलेख, गुंजी, नीती मलारी के अग्रिम क्षेत्रों तक संचार सुविधाओं के विकास के सम्बन्ध में हाल ही में केन्द्रीय सूचना प्रौद्योगिकी एवं संचार मंत्री रविशंकर प्रसाद से भेंट की है। उनसे सीमान्त क्षेत्रों में वी-सेट की स्थापना के सम्बन्ध में विचार-विमर्श किया गया। केन्द्रीय मंत्री इन क्षेत्रों में संचार सुविधाओं के विकास के लिए राजी हैं। राज्य के सीमावर्ती क्षेत्रों में सड़कों के सुदृढ़ीकरण के लिए केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी-रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से भी वार्ता हुई है।
कोरोना महामारी से बचाव में राज्य को पूरा सहयोग मिलने पर CM ने सेना का आभार जताया। उन्होंने कहा कि रक्षा मंत्री की पहल पर राज्य में डीआरडीओ ने ऋषिकेश व हल्द्वानी में 500-500 बेड के अस्पताल प्राथमिकता के आधार पर स्थापित किए हैं। मुख्यमंत्री के मुख्य सलाहकार शत्रुघ्न सिंह, GoC (उत्तराखण्ड सब एरिया) मेजर जनरल खत्री, ब्रिगेडियर सीवीके बनर्जी, डिप्टी मिलिट्री सेक्रेटरी सेन्ट्रल कमांड भी बातचीत के दौरान उपस्थित थे।