चम्पावत : —
टनकपुर-पिथौरागढ़ राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्वाला में दरकी पहाड़ी का मलबा न हटने के कारण टनकपुर से चम्पावत के बीच आवागमन दस दिन से बंद है। बुधवार को भी मलबा नहीं हटाया जा सका। पहाड़ी से लगातार पत्थर और मिट्टी गिरने का सिलसिला अभी भी जारी है। सड़क पर बड़ी मात्रा में मलबा डंप होने से सड़क खुलने की संभावना आज भी नहीं है। सुबह से रुक-रुक कर हो री बारिश ने कार्यदायी संस्था के सामने नई मुश्किल खड़ी कर दी है। मलबा गिरने के कारण सुबह नौ बजे से दोपहर 12 बजे तक पांच बार काम रोकना पड़ा।
सड़क कब सुचारू होगी इसका जबाव न तो एनएच दे पा रहा है और न ही प्रशासन। लंबे समय से एनएच बंद होने का नुकसान यात्रियों को तो भुगतना ही पड़ रहा है, इससे चम्पावत एवं लोहाघाट नगर के अलावा स्वाला के पास दस दिन से लगातार गिर रहा मलबा सड़क खोलने के काम में सबसे बड़ी बाधा बन गया है। संस्थाओं द्वारा जितना मलबा साफ किया जा रहा है उससे दो गुना मलबा पहाड़ी से सड़क पर गिर रहा है। प्रशासन अब पहाड़ी के परीक्षण के लिए टीएचडीसी इंडिया लिमिटेड से पहाड़ी का परीक्षण कराने का निर्णय लिया है। इस कंपनी के साथ एनएच ने टनकपुर से पिथौरागढ़ तक बने 51 लैंडस्लाइड जोन का ट्रीटमेंट करने का करार पहले ही कर लिया है।