उत्तराखंड विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि कांग्रेस के सत्ता में आने पर मुख्यमंत्री कौन बनेगा, यह विधायक और राष्ट्रीय नेतृत्व तय करेगा। कांग्रेस में हिंदू, मुस्लिम, सिख, इसाई अथवा अनुसूचित जाति में से कोई भी मुख्यमंत्री बन सकता है। कांग्रेस में हर वर्ग का पूरा सम्मान है। उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव में कांग्रेस 60 से अधिक सीट जीतेगी। उन्होंने यह भी कहा कि वह किसी रेस में नहीं हैं, सिपाही के रूप में कांग्रेस जो दायित्व सौंपेगी, वह उसका निर्वहन करेंगे।

विधानसभा में मंगलवार को पत्रकारों से बातचीत के दौरान नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने भाजपा सरकार को आड़े हाथ लिया। उन्होंने कहा कि सरकार हर मोर्चे पर विफल रही है। भाजपा ने सत्ता में आने के बाद पारदर्शी और भ्रष्टाचार मुक्त शासन के साथ ही लोकायुक्त लाने का वादा किया था। लोकायुक्त अभी तक लागू नहीं हो पाया है। कुंभ में कोरोना जांच के नाम पर हुआ भ्रष्टाचार सबने देखा है। कांग्रेस ने सदन से लेकर सड़क तक लगातार संघर्ष किया, जिस कारण भाजपा को चार साल में पहला और अगले तीन माह में दूसरा मुख्यमंत्री बदलना पड़ा। अब तीसरे मुख्यमंत्री को नाइट वाचमैन के रूप में उतारा गया है।

प्रीतम ने कहा कि सरकार घोषणाएं बहुत कर रही है, लेकिन इन्हें पूरा करने के लिए सरकार के पास आर्थिक संसाधन नहीं हैं। आज किसान व नौजवान सड़कों पर संघर्ष कर रहा है। महंगाई अपने चरम पर है। गरीब आदमी का जीना मुश्किल हो गया है। ऐसे में भाजपा को सत्ता में बने रहने का हक नहीं है। इस दौरान कांग्रेस के राष्ट्रीय सचिव व विधायक काजी निजामुद्दीन भी उपस्थित थे।

नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह ने कहा कि यशपाल आर्य के आने से कांग्रेस और मजबूत हुई है। यशपाल आर्य जन्म से कांग्रेस की विचारधारा वाले सहयोगी हैं। उन्होंने विधायक, विधानसभा अध्यक्ष और मंत्री के अलावा प्रदेश अध्यक्ष के रूप में कांग्रेस में कार्य किया। 2017 में परिस्थितियां ऐसी बनी कि वह परिवार से चले गए। अब वापस आ गए हैं। जिस दल में गए, वहां आंतरिक लोकतंत्र नहीं है। अन्य भाजपा नेताओं के पार्टी में आने के सवाल पर उन्होंने कहा कि राजनीति में सभी के लिए दरवाजे खुले रहते हैं। पार्टी में कौन आएगा, यह निर्णय राष्ट्रीय नेतृत्व को लेना है।