ऋषिकेश l
बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर बुधवार को गुरु तेग बहादुर जी के बलिदान दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया l इस अवसर पर अग्रवाल ने गुरु तेग बहादुर के चित्र पर पुष्प अर्पित करते हुए कहा है कि गुरु तेग बहादुर का बलिदान इस देश में हमेशा याद किया जाएगा l
इस अवसर पर अग्रवाल ने कहा है कि गुरु तेग बहादुर सिखों के नौवें गुरु थे जो प्रथम गुरु नानक द्वारा बताए गए मार्ग का अनुसरण करते रहेl उनके द्वारा रचित 115 पद गुरु ग्रंथ साहिब में सम्मिलित हैl जो आज भी हमें समरसता त्याग व बलिदान की प्रेरणा देते हैंl
अग्रवाल ने कहा है कि उन कठिन परिस्थितियों में जब देश के नागरिक विभिन्न प्रकार के संघर्षों को झेल रहे थे तब अपने देश, स्वधर्म की रक्षा के लिए गुरु तेग बहादुर जी ने अपना बलिदान दिया l जिस बलिदान की गाथा आज भी गुरुद्वारा शीश गंज साहिब तथा गुरुद्वारा रकाबगंज साहिब उन स्थानों का स्मरण दिलाता है l जहां गुरु जी की हत्या की गई थी l
अग्रवाल ने कहा कि विश्व के इतिहास में धर्म एवं मानवीय मूल्यों, आदर्शों एवं सिद्धांतों की रक्षा के लिए प्राणों की आहुति देने वाले गुरु तेग बहादुर जी का स्थान अद्वितीय हैl इसीलिए गुरु तेग बहादुर के बलिदान के चलते उन्हें हिंद की चादर के नाम से भी जाना जाता है l अग्रवाल ने कहा है कि अपने मूल्यों पर कायम रहने वाले स्वधर्म की रक्षा के लिए अपने प्राण देश के लिए न्योछावर करने वाले ऐसे गुरु तेग बहादुर का समय-समय पर स्मरण करना हम सब लोगों का कर्तव्य बनता है l
इस अवसर पर वेलफेयर सोसाइटी आईडीपीएल के अध्यक्ष एके मजमुदार, श्याम सिंह रावत, गुरुद्वारा सिंह सभा के उप प्रधान सरदार मंगा सिंह, सचिव परमजीत सिंह, सतवीर सिंह इंद्रपाल सिंह, मक्खन सिंह, ग्राम प्रधान चमन पोखरियाल, सुंदरी कंडवाल, मंडल अध्यक्ष गणेश रावत, कमला नेगी, मधु भट्ट सदानंद यादव, माया घले सहित अन्य लोग उपस्थित थे|