ट्राई ने फर्जी मैसेज को रोकने के लिए एक नई ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग कर रही थी। इसका मकसद फर्जी मैसेज को फिल्टर करना था। जिसकी टेस्टिंग को फिलहाल रोक दिया गया है। इस नए प्रोसेस को Distributed Ledger Technology (DLT) के नाम से जाना जाता है।
नई दिल्ली, टेक डेस्क। टेलिकॉम रेग्युलेटरी अथॉरिटी ऑफ इंडिया (TRAI) ने मंगलवार को अस्थायी तौर पर 7 दिनों के लिए नए एंटी स्पैम रेग्यूलेशन को रद्द कर दिया है। बता दें कि 8 मार्च को नए रेग्युलेशन के लागू होने के बाद ओटीपी मिलने में दिक्कत आ रही थी। टेलिकॉम कम्युनिकेशन्स कस्टमर प्रिफरेंस रेग्युलेशन्स (TCCCPR) को टेलिकॉम कंपनियों की तरफ से लागू किया गया था, जिससे फर्जी SMS को रोका जा सके। इसके वजह से ओटीपी SMS आने में देरी हो रही थी। इससे बैकिंग ट्रांजैक्शन, ऑनलाइन टिकट बुकिंग, आधार अथेंटिकेशन और अन्य ओटीपी बेस्ड सर्विस प्रभावित हो रही थी। ट्राई ने फर्जी मैसेज को रोकने के लिए एक नई ब्लॉकचेन टेक्नोलॉजी की टेस्टिंग कर रही थी। इसका मकसद फर्जी मैसेज को फिल्टर करना था। जिसकी टेस्टिंग को फिलहाल रोक दिया गया है। इस नए प्रोसेस को Distributed Ledger Technology (DLT) के नाम से जाना जाता है।
क्या है नया DLT सिस्टम
नए DLT सिस्टम एक तरह का फिल्टर प्रोसेस है, जिसमें एक खास तरह के ओटीपी SMS को आगे फॉरवर्ड किया जाता है। साधारण शब्दों में कहें, तो रजिस्टर्ड टेम्पलेट वाले हर SMS के कंटेंट को वेरिफाई करने के बाद ही डिलीवर करने का नियम लागू किया गया है। इस प्रोसेस को स्क्रबिंग कहा जाता है। इसके लिए टेलिकॉम कंपनियों ने बैकिंग और अन्य वित्तीय कंपनियों को अपने खास तरह के टेम्पलेट रजिस्टर कराना होता है। बता दें कि टेम्पलेट रजिस्टर कराने की अंतिम तारीख 7 मार्च 2021 थी। इसके बाद टेलिकॉम कंपनियों की तरफ से DLT नियम को लागू कर दिया गया था। हालांकि इस वक्त तक टेम्पलेट रजिस्टर कराने वाली कंपनियों की तैयारी अधूरी थी। लेकिन टेलिकॉम कंपनियों ने 8 मार्च से ट्राई के दिशा-निर्देश के अनुसान नया नियम लागू कर दिया। इसकसे चलते 8 मार्च के बाद से ही लोगों को ओटीपी न आने की समस्या का सामना करना पड़ रहा है।