कोलकाता
पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण की गुरुवार को वोटिंग होनी है। मतदान से एक दिन पहले तृणमूल कांग्रेस प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सोनिया गांधी, शरद पवार, एमके स्टालिन, तेजस्वी यादव, उद्धव ठाकरे, अरविंद केजरीवाल और नवीन पटनायक समेत कई गैर बीजेपी नेताओं को पत्र लिखा है। पत्र में ममता बनर्जी ने बीजेपी के खिलाफ सभी नेताओं से एकजुट होने की अपील की है।
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर बीजेपी नेताओं को पत्र लिखकर कहा है कि लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। उन्होंने लिखा है कि उनका दृढ़ता से मानना है कि लोकतंत्र और संविधान पर बीजेपी के हमलों के खिलाफ एकजुट और प्रभावी संघर्ष का समय आ गया है। एनसीटी विधेयक का जिक्र करते हुए ममता बनर्जी ने कहा कि उपराज्यपाल को दिल्ली का अघोषित वायसराय बना दिया गया, जो गृह मंत्री और प्रधानमंत्री के लिए एक प्रतिनिधि (प्रॉक्सी) के रूप में काम कर रहे हैं।
एनसीटी विधेयक का पारित होना ‘गंभीर विषय’
ममता ने कहा कि एनसीटी विधेयक का पारित होना एक ‘गंभीर विषय’ है, बीजेपी सरकार ने लोकतांत्रिक रूप से चुनी सरकार की सभी शक्तियों को छीन लिया है। गैर-बीजेपी दलों की ओर से शासित राज्यों में केंद्र सरकार राज्यपाल के कार्यालय का दुरुपयोग कर रही है। राज्यपाल कार्यालय निर्वाचित सरकारों के लिए समस्याएं पैदा कर रहा है।
लोकतंत्र पर हमला कर ही बीजेपी
पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने गैर-बीजेपी नेताओं को लिखे पत्र में लोकतंत्र और संवैधानिक संघवाद पर बीजेपी और सरकार की ओर से ‘हमलों’ पर प्रकाश डाला गया है।
देश के 5 मुख्यमंत्रियों समेत इन नेताओं को लिखा पत्र
ममता बनर्जी ने पत्र में सभी विपक्षी दलों से लोकतंत्र बचाने की अपील की है। ममता ने देश के 5 मुख्यमंत्रियों समेत कई नेताओं को यह पत्र लिखा है। इसमें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल, ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक, आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री जगन रेड्डी के अलावा केएस रेड्डी, फारूक अब्दुल्ला, महबूबा मुफ्ती, समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव और श्री दीपांकर भट्टाचार्य को भी पत्र लिखा है।