Breaking News
चारधाम यात्रा में उमड़ा भक्तों का सैलाब, अब तक 28 लाख से अधिक श्रद्धालु कर चुके हैं दर्शन
उत्तराखंड को मिले 29 नए विशेषज्ञ डॉक्टर
अहमदाबाद में भीषण विमान हादसा: एयर इंडिया की फ्लाइट क्रैश, 133 यात्रियों की मौत
सीएम धामी ने कालू सिद्ध मंदिर में की पूजा-अर्चना
सेतु आयोग ने मुख्यमंत्री धामी को सौंपी सशक्तिकरण रिपोर्ट
5 जून से 31 जुलाई तक प्रदेशभर में चलेगा सघन वृक्षारोपण कार्यक्रम
गंगा दशहरा पर्व हेतु व्यापक तैयारियों का निरीक्षण बंगाली घाट से विश्राम घाट तक प्रशासन एवं नगर निगम द्वारा संयुक्त निरीक्षण
सांसद हेमा मालिनी ने मुड़िया पूर्णिमा मेला की समीक्षा बैठक मैं तैयारी को परखा
मुख्यमंत्री धामी की पहल- लोक कलाकारों को मिलेगा दुर्घटना बीमा

अरविंद केजरीवाल आज ‘पुजारी-ग्रंथी सम्मान’ योजना की करेंगे शुरुआत 

पुजारियों और ग्रंथियों को 18,000 रुपये प्रतिमाह मिलेगा भत्ता 

भाजपा से विनती है कि इस योजना को रोकने की कोशिश न करे – अरविंद केजरीवाल

अरविंद केजरीवाल का फैसला हमारी विरासत को संरक्षित करने का संकल्प है – मुख्यमंत्री आतिशी

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के संयोजक अरविंद केजरीवाल आज कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर से पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना की शुरुआत करेंगे। अरविंद केजरीवाल ने सोमवार को पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना की घोषणा की थी। योजना के तहत पुजारियों और ग्रंथियों को 18,000 रुपये प्रतिमाह भत्ता मिलेगा। योजना के एलान के बाद पूर्व सीएम केजरीवाल ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि भाजपा से हाथ जोड़कर विनती है कि जैसे उन्होंने हमारी महिला सम्मान योजना और संजीवनी योजना को रोकने का प्रयास किया, कम से कम पुजारियों और ग्रंथियों के लिए शुरू की जा रही इस योजना को रोकने की कोशिश न करे।

ऐसा करने से भाजपा को बहुत बड़ा पाप लगेगा। पुजारी और ग्रंथी हमारे और भगवान के बीच में एक ब्रिज का काम करते हैं। यह योजना समाज के प्रति उनके आध्यात्मिक योगदान और हमारी सांस्कृतिक विरासत को संरक्षित करने के उनके प्रयासों के प्रति श्रद्धांजलि है। मुख्यमंत्री आतिशी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा कि जब आम आदमी पार्टी की फिर से सरकार बनेगी तो मंदिर के पुजारी और गुरुद्वारा के ग्रंथी को 18,000 रुपये प्रति माह मानदेय दिया जाएगा। ये लोग पीढि़यों से हमारी संस्कृति और सभ्यता को बचाए हुए हैं और आगे बढ़ा रहे हैं। अरविंद केजरीवाल का फैसला न केवल पुजारियों और ग्रंथियों की सेवा के प्रति सम्मान है, बल्कि हमारी विरासत को संरक्षित करने का संकल्प भी है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back To Top